| 1. | उदासी आपकी चित्त वृत्ति पर प्रभाव डालती है।
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| 2. | अत: चित्त वृत्ति निरोध स्वरूप योग आवश्यक है।
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| 3. | चित्त वृत्ति के पूर्ण निरोध का योग कहते है।
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| 4. | चित्त वृत्ति के पूर्ण निरोध का योग कहते है।
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| 5. | सात्विक चित्त वृत्ति से मन प्रसन्न रहेगा।
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| 6. | चित्त वृत्ति उग्र और असंतुलित रहेगी।
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| 7. | पतांजलि ने भी चित्त वृत्ति निरोध को ही योग कहा है।
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| 8. | पतांजलि ने भी चित्त वृत्ति निरोध को ही योग कहा है।
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| 9. | चित्त वृत्ति को साधने के लिये महापुरुषो ने कई उपाय बताये है।
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| 10. | चित्त वृत्ति के निरोध के लिए अष्टांग योग की साधना आवश्यक है ।
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